Side Effect Of Papaya : पपीता बनता है फूड प्वाइजनिंग का कारण, पेट में आ सकती है समस्या, आखिर क्या है इसका कारण
Side Effect Of Papaya : आपने यह जरूर सुना होगा कि पपीता सेहत के लिए फायदेमंद होता है। यह सही भी है। लेकिन कई बार आपने यह भी देखा होगा कि पपीता खाने के बाद फूड प्वाइजनिंग की शिकायत कुछ लोगों को होने लगती है। इसके अलावा पेट दर्द, पेट में मरोड़ की परेशानी भी लोगों को हो सकती है। आखिर ऐसा क्या हो जाता है कि पपीता खाने के बाद लोगों को फूड प्वाइजनिंग या अन्य परेशानी हो जाती है। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि आखिर पपीता खाने के बाद पेट दर्द, फूड प्वाइजनिंग आदि की समस्या क्यों होती है।
कार्बाइड है प्रमुख कारण
Carbaid Fruit : बाजार में केला, आम सहित अन्य जो फल मार्केट में मिल रहे हैं उसमें से अधिकतर फलों को पकाने में कार्बाइड का उपयोग किया जाता है। पपीता पहले इस लिस्ट में शामिल नहीं था लेकिन अब पपीता को पकाने में भी कार्बाइड का उपयोग किया जाता है। पपीता अगर नेचुरल तरीके से पकता है तो वह सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। लेकिन अब कम समय में ज्यादा कमाई के चक्कर में लोगों द्वारा पपीते को पकाने में कार्बाइड का उपयोग किया जाता है। केमिकल युक्त पपीता खाने से लोगों को फूड प्वाइजनिंग के साथ ही अन्य समस्याएं होती है।
किस तरह से किया जा रहा उपयोग
Carboid Use For Fruit : हम आपको बताते हैं कि आखिर पपीता को किस प्रकार से पकाया जाता है। इसके लिए सबसे पहले कच्चे पपीता को पेड़ से तोड़ लिया जाता है। इसके बाद कच्चे पपीते को कार्बाइड के संपर्क में लाया जाता है। इससे होता यह है कि पपीता के अंदर और बाहर की सतह का रंग बदल जाता है। पपीता को देख कर लगता है कि वह पका हुआ है। यही केमिकल युक्त पपीता नुकसानदायक होता है।
नहीं मिल पाता फायदा
Papita Se Nuksaan : पपीता में विटामिन बी, सी, कैरोटिन, फॉलेट, पोटैशियम, मैग्नीशियम और कॉपर पाया जाता है। पपीता में पाया जाने वाला बीटा कैरोटिन सांस के मरीजों को राहत प्रदान करता है। इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्वों के कारण आंखो की रोशनी तो बढ़ती ही है साथ ही स्किन भी ग्लो करता है। लेकिन यह फायदा तभी मिलेगा जब पपीता नेचुरल तरीके से पका हो न कि आर्टिफिसियल तरीके से।
हडडी होती है कमजोर
Weak Bones : अगर आप लंबे समय तक ऐसे फलों का सेवन कर रहे हैं जो कि कार्बाइड से पकाया जाता है तो इसका असर हडिडयों पर पड़ता है। कार्बाइड में पाए जाने वाले हैवी मेटल्स बोन मैरो को नुकसान पहुंचाने का कारण बनते हैं। इसके अलावा इससे कैंसर होने का खतरा भी बना रहता है। कार्बाइड युक्त फलों को खाने से बोन्स कमजोर हो जाती है।
कैसे करें उपयोग
Kaise Khae Papita : अगर आपको कार्बाइड से पकाए गए फल की पहचान नही कर पाते और उसे खरीद ही लाते हैं तो हम आपको वह उपाय बताएंगे जिसे अपनाकर आप कार्बाइड से होने वाले नुकसान से बच सकते हैं। आपको करना यह है कि पपीते को छीलने के पूर्व इसे कुनकुने पानी में धो लेना चाहिए। इससे कार्बाइड की मा़त्रा का असर कम हो जाएगा। इसके बाद पपीते के छिलके को छीलकर ही इसका सेवन करें।