Dry Eye Symptoms And Treatment : महिलाओं और बच्चों में बढ़ी आंख की बीमारी ड्राइनेस, जानिए क्या कहते हैं विशेषज्ञ
Dry Eye Symptoms And Treatment : आज के समय में महिलाओं और बच्चों में एक नई बीमारी देखने को मिल रही है। इस बीमारी से जितने बच्चे प्रभावित हो रहे हैं उतनी ही महिलाएं भी। आंख की इस बीमारी का नाम है ड्राइनेस, यानी की आंखो का सूखापन। इस बीमारी में होता यह है कि आंखो का पानी सूख जाता है। आंखो में हर समय तनाव बना रहता है। आंखो में जलन और दर्द की समस्या बनी रहती है।
अब यह समस्या बहुत ही कॉमन होती जा रही है। यही कारण है कि अस्पतालों के आई विभाग में ड्राइनेस से पीड़ित मरीजों की संख्या काफी तेजी के साथ बढ़ रही है। इस लेख के माध्यम से हम आपको ड्राइनेस की बीमारी के कारण, उपचार के बारे में बताएंगे। संजय गांधी अस्पताल रीवा म्र.प्र. के आई विभाग की विभागाध्यक्ष डा शशि जैन से हमें इस बीमारी के बारे में विस्तार से बताया। साथ ही इससे बचने के उपायों के बारे में भी जानकारी दी।
क्या है कारण (Dry Eye Causes)
Dry Eye Symptoms : मोबाइल और लैपटॉप आज की जरूरत बन गए हैं। इन दोनों ही उपकरणों ने जीवन को आसान बना दिया है। लेकिन जिस चीज के फायदे होते हैं वहीं उसके नुकसान भी होते है। मोबाइल और लैपटॉप के स्क्रीन में ज्यादा समय गुजारना आंखो के लिए बहुत ही नुकसानदायक होता है। विशेषज्ञों के अनुसार व्यक्ति की आंखे 5 सेकंड में 1 बार झपकती है। इस प्रकार 1 मिनट में कम से कम 12 बार पलकों को झपकना चाहिए। जब व्यक्ति अपना अधिकतर समय स्क्रीन में गुजारता है तो पलकों के झपकने का समय बहुत ही कम हो जाता है। जिसकी वजह से व्यक्ति की आंखो में ड्राइनेस या सूखापन की समस्या देखने को मिलती है।
बढ़ जाता है चश्मे का नंबर

Dry Eye In Children : आज के समय में बच्चों की पढ़ाई भी मोबाइल के माध्यम से होती है। इसके अलावा मोबाइल गेम के कारण बच्चे अपना अधिकतर समय स्क्रीन में ही बिताते हैं। ऐसे में बच्चों को चश्मे लगने की संभावना बढ़ जाती है। अगर बच्चे को चश्मा लगता है तो बच्चे के चश्मे का नंबर बढ़ जाता है।
महिलाओं में ड्राइनेस

Dry Eye In Womens : बच्चों के बाद महिलाओं में ड्राइनेस की समस्या सबसे अधिक देखने को मिलती है। डा शशि जैन की माने तो ऐसी महिलाएं जो घर में अकेले होती हैं। ऐसी हाउसवाइफ महिलाएं अपना अधिकतर समय मोबाइल में बिताती हैं। ऐसा नहीं है कि केवल हाउसवाइफ को ड्राइनेस की समस्या होती है। ऑफिस में बैठ कर लैपटॉप, कम्प्यूटर की स्क्रीन में अधिकतर समय गुजारने वाली महिलाओं को भी ड्राइनेस की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
कैसे करें बचाव

Dry Eye Treatment : चिकित्सकों की माने तो ड्राइनेस की समस्या से बचने के लिए मोबाइल या लैपटॉप पर जब आप काम करें तो पलकों को झपकाते रहें। बच्चों को स्क्रीन से दूर रखें। अगर स्क्रीन पर समय गुजारना ही है तो इसकी समय सीमा निर्धारित करें। अभिभावकां को चाहिए कि वह बच्चों को मोबाइल से होने वाले नुकसान के बारे में बताए। कम रोशनी में स्क्रीन में काम न करे। मोबाइल या लैपटॉप का लेवल आंखो से थोड़ा नीचे रखे। महिलाओं को भी चाहिए कि वह स्क्रीन टाइम पर समय कम बिताएं।